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    इतिहास

    न्यायपालिका का इतिहास दौसा जिले का गठन 10 अप्रैल 1991 को जयपुर जिले की 4 तहसीलों अर्थात् दौसा, बसवा, सिकराय और लालसोट को अलग करके किया गया था। सवाई माधोपुर की महवा तहसील को 15 अगस्त 1992 को इस जिले में शामिल किया गया था। दौसा जिला राजस्थान राज्य के पूर्वी भाग में स्थित है। दौसा जिला उत्तर में अलवर जिले, दक्षिण में सवाई माधोपुर जिले, उत्तर पूर्व में भरतपुर जिले, दक्षिण पूर्व में करौली जिले और पश्चिम में जयपुर जिले से घिरा हुआ है। दौसा शहर राजस्थान के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में स्थित है, जिसे व्यापक रूप से डूंधार के नाम से जाना जाता है। चौहानों और बडगुर्जरों ने 10वीं शताब्दी में इस भूमि पर शासन किया था। दौसा को तत्कालीन डूंधार क्षेत्र की पहली राजधानी बनने का सौभाग्य प्राप्त है। दौसा जिला न्यायालय परिसर के नए भवन का उद्घाटन राजस्थान उच्च न्यायालय के पूर्व माननीय मुख्य न्यायाधीश श्री. 5 अगस्त 1995 को ए.पी. रवानी। जिला न्यायालय के नए भवन में तीन विंग हैं। पहले विंग में कोर्ट और जिला एवं सत्र न्यायाधीश का कार्यालय है, दूसरे विंग में कोर्ट और एडीजे दौसा और एसीजेएम दौसा के कार्यालय चल रहे हैं। बिल्डिंग का तीसरा विंग विशेष रूप से विशेष के लिए है। जज एससी/एसटी (पीए) कोर्ट, सीजेएम दौसा व जेएम दौसा। इस परिसर में विशेष रूप से ग्राम न्यायालय, दौसा के लिए एक अलग नए भवन का निर्माण किया गया है।